बड़हिया में एक दर्जन से अधिक अवैध निजी नर्सिंग होम संचालित, लेकिन विभाग बेखबर

बड़हिया नगर व प्रखंड क्षेत्र में अवैध नर्सिंग होम का धड़ल्ले से संचालन पर लाख प्रयास के बाद भी लगाम नहीं लग पा रहा है। जिले से लेकर प्रखंड तक निजी नर्सिंग होम का कारोबार फैला हुआ है बड़हिया नगर व प्रखंड क्षेत्र में करीब एक दर्जन से अधिक निजी क्लिनिक एवं नर्सिंग होम संचालित है। इसमें एक भी निजी नर्सिंग होम विभाग से निबंधित नही है। सबसे रोचक पहलू यह है कि रेफरल अस्पताल बड़हिया के समीप ही कई अवैध नर्सिंग होम संचालित हैं। जिससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अनजान बने हैं। हालांकि अवैध नर्सिंग होम में मरीज की मौत होने के बाद हंगामा होने पर प्रशासन जरूर जागती है। लेकिन इसके बाद कार्रवाई के नाम पर महीने दो महीने के लिए नर्सिंग होम सील कर दिया जाता है। जिसे बाद में विभागीय अधिकारी को की पाली है। बाद मिलीभगत से दोबारा खोल दिया जाता है। सबसे बड़ी बात है कि इस सभी नर्सिंग होम में बिना कोई चिकित्सक के ही ऑपरेशन व डिलेवरी का कार्य धरल्ले से किया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में बड़हिया नगर व प्रखंड में अवैध नर्सिंग होम का गोरखधंधा लगातार फल-फूल रहा है। लेकिन विभाग लगातार अनदेखा कर रही है। बिचौलिए की मदद से इन नर्सिंग होम में मरीजों की भीड़ लगी रहती है। दलाल मरीजों को फंसाने के बाद नर्सिंग होम ले जाते हैं और वहां जाने के बाद रोगियों का आर्थिक व मानसिक शोषण करते हैं। इस गोरखधंधे में दर्जनों संख्या में दलाल सक्रिय हैं। जिसका कनेक्शन स्थानीय नर्सिंग होम से पटना तक के कई निजी नर्सिंग होम तक है।