जिप अध्यक्ष के खिलाफ पूर्व में दिये गये अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर अध्यक्ष व डीएम को फिर सौंपा ज्ञापन

 

• अविश्वास प्रस्ताव की तारीख निर्धारण से पूर्व जिप अध्यक्ष अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच को लेकर पहुंचे थे हाइकोर्ट

इस बीच उपाध्यक्ष खुशबू कुमारी ने दे दिया था इस्तीफा, इस्तीफे के बाद उक्त पद पर हुए चुनाव में अनीता महतो बनीं थी उपाध्यक्ष

लखीसराय

जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ पूर्व में लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर गुरुवार को चार सदस्यों ने फिर जिप अध्यक्ष व डीएम को ज्ञापन सौंपा है. सौंपे गये ज्ञापन में सदस्यों ने विशेष बैठक के लिए तिथि, स्थान एवं समय निर्धारित करने की मांग की है. जिला परिषद सदस्य अंशु कुमारी, अनीता महतो, चुनचुन देवी एवं खुशबू कुमारी ने डीएम व जिप अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है कि निर्वाचित सदस्यों की अधियाचना के आलोक में जिप अध्यक्ष के प्रति अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए जिला परिषद की विशेष बैठक की तिथि निर्धारित की जाये. बिहार पंचायत राज अधिनियम 2006 के हवाला देते हुए सदस्यों ने कहा है कि जिला परिषद लखीसराय के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आपके कार्यकाल में जिस प्रकार जिला परिषद आम जनता के बीच विश्वसनीयता खोती जा रही है, उसे जिप सदस्य मर्माहत हैं तथा जिप अध्यक्ष के प्रति अविश्वास व्यक्त करते हैं. सदस्यों ने जिला परिषद की विशेष बैठक के लिए तिथि स्थान एवं समय निर्धारण करने की बात करते हुए कई आरोप लगाये हैं.

सदस्यों ने जिला योजना समिति का पदेन अध्यक्ष होकर भी जिला योजना समिति के गठन में कोई रुचि नहीं लेना, इसके कारण आज तक जिला योजना समिति का गठन नहीं हुआ, जिला परिषद की सामान्य बैठकें समय पर आयोजित नहीं करना, कार्यपालक पदाधिकारी से साथ सांठ गांठ से उन प्रस्तावों का समावेश कार्यवाही पुस्तिका में दर्ज करने, जिसे जिला परिषद के विचारार्थ किसी भी बैठक में रखा ही नहीं गया. सदस्यों ने कहा है कि अपने पद का दुरुपयोग कर

जिला परिषद की विभिन्न स्थायी समितियों का गठन मनोनयन किया गया, जबकि कानून इसका गठन निर्वाचन के द्वारा किया जाना है. इसके अलावा जिला परिषद कार्यालय में भ्रष्टाचार, जिला परिषद की बैठकों में सदस्यों को उचित सम्मान नहीं देने जैसे आरोप लगाये गये हैं. वहीं इस संबंध में डीएम रजनीकांत ने कहा कि वे इस पर विचार कर ही आगे कुछ कह सकते हैं. छह जनवरी को 11 में आठ सदस्यों ने लाया था अविश्वास प्रस्ताव जिले के 11 जिप सदस्यों में गत छह जनवरी को आठ सदस्यों के हस्ताक्षरित आवेदन द्वारा जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गयाथा.

वहीं अविश्वास प्रस्ताव की तारीखनिर्धारित होने से पूर्व ही जिप अध्यक्ष रविरंजन कुमार उर्फ टनटन ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों की जांच के लिए हाईकोर्ट का शरण लिया था, जिस पर हाईकोर्ट ने पहले जांच होने की बात कह जिप अध्यक्ष को अपने पद पर बने रहने का आदेश जारी किया था, इसी बीच उपाध्यक्ष खुशबू कुमारी अपने पद से इस्तीफा देकर विपक्षी खेमा में शामिल हो गयी थी.

जिप अध्यक्ष द्वारा अपने ऊपर में आरोपों की जांच को लेकर हाईकोर्ट जाने पर विपक्षी खेमा भी हाईकोर्ट पहुंच गये तथा वहां से आदेश मिलने के बाद पुनः जिप अध्यक्ष पर लगे आरोपों के जांच की मांग को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा है.

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