मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती की 58वीं पुण्यतिथि मनाई गई

बड़हिया।

 बड़हिया नगर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र में शनिवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती का 58वां पुण्य स्मृति दिवस शनिवार को मनाया गया। मौके पर मातेश्वरी जगदंबा सरस्वती की तस्वीर के समक्ष सभी भाई-बहन ने दीप प्रज्वलित व पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दिया। फिर मम्मा को भोग स्वीकार कराया गया।मौके पर बीके रैशनी बहन ने कहा कि मम्मा सर्व गुणों की खान और मानवीय मूल्यों की विशेषताओं से सम्पन्न थीं। मम्मा बहुत कम बोलती थीं और दूसरों को भी कम बोलने का इशारा करती थी। अधिक बोलने से हमारी शक्ति नष्ट हो जाती है, ऐसा मम्मा का कहना था।
इस प्रकार अपने ज्ञान, योग, पवित्रता के बल से विश्व की सेवा करते हुए मम्मा-सरस्वती ने 1965 में इसी दिन अंतिम सांस ली।उन्होंने ने कहा कि जब-जब संसार में दिव्यता की कमी, धर्म की ग्लानि, समाज में अन्याय, अत्याचार, चरित्र में गिरावट व विश्व में अशांति के बीज पनपने लगते हैं, तब-तब इन समस्त बुराइयों को समाप्त करने के लिए किसी महान विभूति का जन्म होता है। इन्हीं में से एक महान विभूति थी जगदम्बा सरस्वती (मम्मा) इसका बचपन का नाम राधे था।
सदा एकांत में रहते हुये परमात्मा को मन रमा कर शिवबाबा का अनुसरण करने वाली मम्मा दिव्य अलौकिक पथ पर अग्रसर रहीं। जगदंबा सर्व गुणों व विशेषताओं की खान थीं। वह बहुत ही गंभीर, शांतिपूर्ण, सहनशील, वात्सल्य व करुणा की देवी थी। वह सर्व आत्माओं की रुहानियत द्वारा पालना करती रही। सभी उनसे मातृत्व पालना का अनुभव करते थे।वे कन्या होते हुए भी मां स्वरूप थी। जिसने भी उनकी पालना साकार में ली, वह उस पालना को भूल नहीं पाते।
इस मौके पर चंद्रकला माता,सरिता देवी,शोभा देवी, सुभद्रा देवी,कुंदन बहन, ,पूनम बहन,रामचंद्र भाई,रीना देवी,मीणा देवी,घनश्याम प्रसाद आदि उपस्थित थे।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now
               
हमारे  नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट , और सभी खबरें डाउनलोड करें
डाउनलोड करें

जवाब जरूर दे 

क्या आप मानते हैं कि कुछ संगठन अपने फायदे के लिए बंद आयोजित कर देश का नुकसान करते हैं?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Check Also
Close
Back to top button
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129